Thursday 2 October 2014

किताबों का साथ

किताबों का साथ 

सुविचारों वाली किताबों में समाया है ज्ञान का भण्डार 
किताबों में बहती रहती है विचारों की रस  धार 

किताबों से अंतर्मन में उठते अनेक विचार 
अज्ञान दूर होता और खुलता जीवन का नव द्वार 

बदलती जीवन दृष्टि ,संवरता  जीवन यदि  हो किताबों  का साथ 
संशय दूर होता ,नित्य  स्पष्ट  होता रहता जीवन का मार्ग  

किताबें पास हों  तो चिरपरिचित हो जाता ये संसार 
किताबों  का साथ हो तो सरल है यह जीवन नैया पार 

ऐ  जीवन के मुसाफिर     

स्वर्ण भविष्य के के लिए तू अच्छी किताबों का साथ कभी  ना छोड़ना   
बुरी संगत छोड़ना पर सकारात्मक किताबों से नाता न छोड़ना 
किताबों का संग  हो तो सदा जीवित रहता हमारे जीने का आधार 
यह जनम अधूरा है यदि नहीं पाया किताबों का अनमोल संसार 

                


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