Thursday 2 October 2014

जब तक जिओ ,कुछ विशेष कर जिओ

 जब तक जिओ ,कुछ विशेष  कर जिओ 

चाहे कुछ वर्ष बीतें या बीतें  जीवन के कुछ पल 
चाहे हजारों वर्ष बीतें या बीतें संसार में सैकड़ों वर्ष 

केवल असाधारण वीरता की  कहानियां स्वयं दोहराती हैं  
अदम्य साहस की गाथायें  ही हमें वीर  बनाती हैं 

मानव दुखहर्ता  ही यहाँ याद किये जाते हैं 
जनसुखदायक ही इस संसार में पूजे जाते हैं 

 किसी ने अपने  अविरल तप व बलिदान से विश्व को प्रभावित किया 
कुछ बिरले महानुभावों ने ही  अनमोल वचनों से प्राणिमात्र का उपकार किया 

कहीं सज्जनों ने अपना जीवन विश्वकल्याण हेतु कुर्बान किया 
तो कहीं कुछ मनीषियों ने  ही अपने बुद्धिकौशल से संसार को तृप्त  किया 

जगत कल्याण हेतु जीना है तो शेष जीवन में कुछ विशेष  कर जाओ 
नेक कर्मों और  नेक भावना से यहाँ अपनी अमिट छाप छोड़कर जाओ 

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